विश्वासघात गहन अपराध
मातृभूमि की निन्दा करना,
है सबसे जघन्य अपराध,
अपने देश को कमतर मानना,
इससे बड़ा कौन अपराध!
बेटी-बेटे में अन्तर करना,
किसी दृष्टि से उचित नहीं,
भ्रूण हत्या, नारी-प्रताड़न,
पहुँचाए न पाताल कहीं!
काम-क्रोध-लोभ-मोह-मद पांच,
मन के ये विकार-अपराध,
नित-नित रहते नचाते नाच,
साध सके तो इनको साध!
प्रकृति-दोहन, वृक्ष काटना,
विषैली खाद का करना प्रयोग,
व्यर्थ बहाना अमृत-जल को,
संसाधनों का दुरुपयोग.
व्यर्थ विवाद और कटु भाषा से,
करना देश-समाज विषाक्त,
चुप्पी साध अन्याय बढ़ाना,
विश्वासघात गहन अपराध.