हार को ही उपहार बना लो
हार को ही उपहार बना लो,
तमस को उजियार बना लो,
ढूंढने से आनंद मिलेगा न कहीं,
आनंद को जीने का आधार बना लो.
हार भी है एक सबक प्यारा,
हार को आगोश में भर बढ़ते जाओ,
तब हार भी छिपने को खोजेगा कोना,
तुम जीत के उसे श्रंगार बनाओ.
विश्वास हमारा अमर सदा,
असफलता से हम डरते नहीं,
असफलता ही सफलता की सीढ़ी है,
इससे घबरा पीछे हम हटते नहीं.
आगे-आगे कदम बढ़ाते,
बाधाओं से नहीं घबराते,
तमस को उजियार बनाते,
हार को ही उपहार बनाते.