मुक्तक/दोहा

नीर के दोहे

जल संकट से मत डरो ,इसका करो निदान ,
पानी की हर बूँद का ,कीमत जान सुजान।

जल से ही जीवन चले ,जल से चले जहान ,
जल का अपव्यय जो करे ,उसको मुजरिम मान।

जल से ही है हौसला ,जल से मिलती शान ,
जिसका पानी चूक गया ,वो निरीह इंसान।

नीर बचाना सीख ले ,व्यर्थ बहा मत यार ,
जल से ही है जिंदगी ,रटना बारम्बार।

पानी को पानी नहीं ,समझो मेरे यार ,
पानी से है हर ख़ुशी ,पानी से संसार।
— महेंद्र कुमार वर्मा

महेंद्र कुमार वर्मा

द्वारा जतिन वर्मा E 1---1103 रोहन अभिलाषा लोहेगांव ,वाघोली रोड ,वाघोली वाघेश्वरी मंदिर के पास पुणे [महाराष्ट्र] पिन --412207 मोबाइल नंबर --9893836328