धूम्रपान की लत
धूम्रपान की लत जिसे, हुआ स्वास्थ्य का नाश,
भेज बुलावा कैंसर को, किया खुद का विनाश.
हार्ट अटैक ने दस्तक दी, नपुंसकता भी आई,
धूम्रपान को छोड़ ही दो अब, जागो-जागो रे भाई.
यमराज का भी है कहना, धूम्रपान खतरे की घंटी,
अभी लगाया सुट्टा तो फिर, खैर नहीं है बबली-बंटी!
तुम तो मुंह को फुला बन्दर-सा, करते धुंए का दान,
दोस्त-साथी-रिश्तेदार की, हुई सांसत में जान!
अनमोल है ये जिंदगी, कीजिए मत बरबाद,
खांसी होगी, दम उखड़ेगा, डॉक्टर हों आबाद!
चाहो जो अपना भला, धूम्रपान की लत को छोड़ो,
धन भी बचाओ, स्वस्थ रहो, खुशियों से निज नाता जोड़ो.
— लीला तिवानी