मूरख हिंदू कब जागेगा
मूरख हिंदू कब जागेगा
गहरी निंद्रा को त्यागेगा
बढ़ा रहे हैं वह आबादी
देश से छीनेगे आजादी
मजहब से कानून बनेगा
वह भी अफलातून बनेगा
जो इसका प्रतिरोध करेगा
वह तय है मारा जाएगा
समय नहीं बचा है जादा
कर लो अपना नेक इरादा
जाना है मंदिर में जाओ
मत मजार पर शीश टिकाओ
— मनोज श्रीवास्तव