आओ खेलें नेता-नेता
आओ खेलें नेता – नेता।
बनकर कुर्सी – वीर विजेता।।
चिकनी- चुपड़ी बातें करके।
नोट कमाएँ कमरे भरके।।
नेता बस आश्वासन देता।
आओ खेलें नेता – नेता।।
सीखें पहले देना भाषण।
जनता में आए आकर्षण।।
ज्यों मादा खग अंडे सेता।
आओ खेलें नेता – नेता।।
श्वेत बगबगे कपड़े धारें।
मन में पैनी छिपा कटारें।।
बनें देश – निर्माण – प्रणेता।
आओ खेलें नेता – नेता।।
आपस में जन- जन लड़वाएँ।
स्वयं न्याय को आगे आएँ।।
अधिकारी को शिक्षा देता।
आओ खेलें नेता – नेता।।
सब थैली के चट्टे -बट्टे।
एक पहाड़ा ही सब रट्टे।।
नहीं नाव जनता की खेता।
आओ खेलें नेता – नेता।।
फेंको ज्यों चिड़िया को दाना।
उन्हें जाल में डाल फँसाना।।
भैंस सहित खोया कर लेता।
आओ खेलें नेता – नेता।।
— डॉ. भगवत स्वरूप ‘शुभम’