कविता

बीमारी

भ्रष्टाचारी की लगी बीमारी
इसकी इलाज कोई तो करो
जन जन में है ये     दुश्वारी
इस पीड़ा को  कोई तो   हरो

ई डी वाले सी बी आई वाले
हिन्दुस्तान की दर्द     समझो
जनता की जो हड़प ली धन
कानून के तहत ईलाज   करो

बहुत खेल ली इसने वो खेल
अब तो इनकी हिसाब कर दो
काली कमाई की खाई मलाई
चक्की पीसने की इंतजाम कर दो

जिनको जनता अपना समझा था
गद्दारों ने सब हद  पार कर     दी
राजकोष की लुट मचा कर जिसने
अपनी तिजोरी में माल भर    दी

अब ना दो इन्हें कोई भी मोहलत
ऐसो आराम बहुत कर ली    है
इनकी फसल का मूल्य चुकाने का
अब देश में सही समय आया   है

— उदय किशोर साह

उदय किशोर साह

पत्रकार, दैनिक भास्कर जयपुर बाँका मो० पो० जयपुर जिला बाँका बिहार मो.-9546115088