कविता

सर्वमान्य चेहरा

आज सुबह की दैनिक क्रिया से निपट
मैं आराम से चाय की चुस्कियां ले रहा था
अखबारी खबरों को चाट र रहा था।
अचानक तीस चालीस लोगों का झुंड
मेरे दरवाजे पर आकर पहुंच गये,
इतने सारे अपरचित चेहरे देख मेरे तो होश पाख्ता हो गए।
मेरा चेहरा फक्क एकदम पड़ गया
इस बात को भीड़ से एक प्रौढ़ व्यक्ति ताड़ गया
भागकर मेरे पास आया
मुझे हिम्मत बंधाया और आने का मंतव्य संक्षेप में बताया
तब हलक में आपकी मेरी सांस में सांस आया
जैसे तैसे मैंने जमीन पर दरी बिछाकर सबको बैठाया
धीरे से पड़ोसी को बुलाया
चाय समोसा नमकीन मिठाई मंगाया
सबको जलपान कराया
पड़ोसी ने भी अपने अच्छे पड़ोसी का फर्ज निभाया
अपने साथ पड़ोसियों के घर से
कुर्सी स्टूल जो भी मिला ले आया
सबको निवेदन कर दरी से उठाकर कुर्सी पर बैठाया
हालचाल पूछकर शिष्टाचार निभाया।
तब मैंनें समूह से आने का मंतव्य पूछा
मेरी बात सुनते ही
एक नया नया युवा खडा़ हो गया
जैसे भाषण देने माइक पर आ गया
मंचीय औपचारिकता निभा
असली बात पर आया,
हम सब सरकार से पीड़ित विपक्षी दलों के नेता हैं
सी बी आई, ई.डी. और अन्य जाँच एजेंसियों से परेशान हैं
अंतिम आस भी टूट गई
सबसे ऊंची अदालत भी हमें ही आइना दिखाने लग गई।
अब कोई विकल्प नहीं दिखता
विपक्षी एकता की उम्मीदों को पलीता लगता जा रहा है
क्योंकि विपक्ष किसी एक नाम एक चेहरे पर
सहमत नहीं हो पा रहा है
जिसका फायदा मोदी और भाजपा को मिल रहा है।
एक बड़े महात्मा ने आपका नाम सुझाया
समस्या हल की गारंटी दिया है
इसलिये हम सब बड़ी उम्मीद लगा
आपके पास तशरीफ लाए हैं।
अब आप ही हमें कोई सुझाव, सलाह दो
या खुद ही नाम उजागर कर दो,
मोदी के मुकाबले के लिए
हमें बस एक चेहरा बता दो
जो हम सबको मान्य हो जाते,
जो भ्रष्ट बेईमान, अपराधी न हो
जो मोदी जी को कड़ी टक्कर दे सके
भाजपा की चूलें हिला सके
चुनाव जीतकर हमारे साथ मिलकर सरकार बना सके
हमारे काले कारनामों पर परदा डाल सके
अब मैं अपनी बात खत्म करता हूँ
माइक आपको सौंपता हूँ।
धन्यवाद आप सभी को प्रणाम करता हूँ।
मैं कुछ समझ नहीं पा रहा था
उनकी समस्या का समाधान मेरे पास जो न था,
मैंने कनखियों से पड़ोसी से आँखें चार की
उसने चुपके से मुझे शांत रहने का इशारा किया
लपककर जैसे माइक अपने कब्जे मे लिया
और  बड़े विश्वास से फरमाया
आप महानुभावों की समस्या थोड़ी जटिल है
पर हमारे लिए कोई मुश्किल नहीं है।
ऐसा चमकदार चेहरा मैं आपको देता हूँ
पर पहले आप सबकी सहमति हो
ये आप सभी पर ही छोड़ता हूँ
चेहरा भी ऐसा होगा वैसा
जैसा किसी ने सपने में भी न सोचा होगा
मोदीजी को तो वो बस बच्चा ही नजर आयेगा
पर एकमात्र वो ही है
जो मोदीजी को धूल चटाएगा
भाजपा को मिटाएगा
उनको सत्ता से हटाकर आप
सबको साथ लेकर खिचड़ी सरकार बनाएगा।
ऐ कैसे हो जायेगा?
भाजपा को क्या आपको भी न समझ आयेगा
क्योंकि भाजपा को
विपक्ष में वो सर्वमान्य चेहरा जब सामने आयेगा।
तब लोकतंत्र मजबूत होगा ये सबको विश्वास होगा
ये महज दावा नहीं मेरी भविष्यवाणी है
उसके मैदान में आने भर से
सारा चुनावी अंकगणित फेल हो जायेगा
फिर  मोदी जी और भाजपा वाले क्या कर लेंगे
जब समूचे भाजपा उम्मीदवारों को वो खरीदकर
अपना उम्मीदवार बनाएगा।
तब आप सोचिये सरकार भला कौन बनाएगा?
अब फैसला आप सबको करना है
मेरे प्रस्ताव पर विचार करना है
अपनी मर्ज़ी से सरकार चलाना है
और भ्रष्टाचार कर तिजोरियां भरना है,
अपनी सात पीढ़ियों का इंतजाम
अपने जीते जी करना है,
या विपक्ष में बैठना है, जेल जाना है
धरना देना है, जांच एजेंसियों के आगे पीछे घूमना है
और लोकतंत्र की हत्या का आरोप लगाना है।
भीड़ में कानाफूसी शुरू हो गई
सबके गले में हड्डी सी फंस गई
मैं भी कुछ समझ नहीं पा रहा था
ऐसा लगा जैसे मुझे भी सांप सूंघ गया।
तब पड़ोसी ने मौके पर चौका मारा
हैरान परेशान मत होइए
वो चेहरा आप सबका जाना पहचाना है
एकदम पाक साफ है
आपका मेजबान और हमारा पड़ोसी यार है
बस एक बार आप सब सहमति तो दीजिए फिर देखिए
वो अकेला सब पर भारी पड़ेगा
मोदीजी का प्रधानमंत्री पद, समूची भाजपा
आप सबकी सहायता से मेरे यार का होगा
आपका आपसी सिर फुटव्वल भी खत्म हो जायेगा
विपक्ष का सर्वमान्य चेहरा जब
सबके सामने आ जायेगा,
भाजपा दांतों तले ऊंगलियां दबाएगी
क्योंकि सत्ता उसके हाथ से निकल जायेगी
यदि मेरी सलाह अमल में लाई जाएगी
तब जो आज आप सब कर रहे हैं
ठीक वही सब भाजपा दोहराएगी
सत्ता में वापसी कभी नहीं कर पायेगी।
जब मोदी की जगह मेरा यार होगा
तब मेरी पोजीशन अमित शाह वाली हो जायेगी।
और मंत्री पद आप सबकी जागीर बन जाएगी।
सर्वमान्य चेहरे की रार भी खत्म हो जाएगी।

 

*सुधीर श्रीवास्तव

शिवनगर, इमिलिया गुरूदयाल, बड़गाँव, गोण्डा, उ.प्र.,271002 व्हाट्सएप मो.-8115285921