क्षणिका क्षणिका *ब्रजेश गुप्ता 01/06/2023 उम्र हर पल कर रही सफ़र चुपके चुपके बिना रुके और हम खड़े हैं वहीं के वहीं लेकर हज़ार ख़्वाहिशें