कविता जिंदगी एक सफ़र *ब्रजेश गुप्ता 19/06/2023 जिंदगी एक अनिश्चित सफ़र है क्या होगा अगले पल कोई नहीं इसकी खबर सफऱ में मिले जो भी मुसाफिर मिलो उससे इस कदर जो याद रखें बिछड़ जाने के बाद भी जब कभी आये जिक्र तुम्हारा आँखों में हो नमी उसकी जुबां पर हो कहानी तुम्हारी