सहारा
सहारा आप ही का है हमें – तन्हाई में हमारी
ख्वाहिश अब और कोई नही है – ज़िन्दगी में हमारी
नही कोई मन्ज़िल सामने – ना ही राह गुज़र नज़र आती है
किसी सफ़र पर जानेेे की – आरज़ू ही नही हममारी
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अपनी हस्ती को ही मिटा दिया – हम ने अप की ख़ुशी के लिये
अन्जाम है यह हमारी मुहब्बत का – या इम्तहान ज़िन्दगी का
मान ली है हम ने तो ज़िन्दगी में – हर शर्त ही आप की
आप की मर्ज़ी ही से तो – चलती है हर साँस ही हमारी
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आप की जुदाई के ग़म ने – बे हाल कर दिया है हम को
चलो मिल बैठ कर निज़ाम कोई नैया – लिखते हैं ज़िन्दगी का हमारी
सजा कर देखते हैं हम कोई – नई दुनिया उमंगों की हमारी
नमी फिर ख़त्म हो जाए गी – हमेशा के लिये आँखों से ही हमारी
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चोट अब कोई नई खाने की – हिम्मत नही हमारे दिल में
दिल किसी और से लगाने की – अब चाहत ही नही हमारी
ज़रूरत अब तो बुहत है – सकून की हमारे दिल को
अना बाक़ी नही कोई – मिट चुकी है अब तो बे ख़ुदी भी हमारी
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बे दरद अैसे तो नही हम कि – मसल दें नाज़ुक फूलों को –मदन —
प्यारी बुहत है हम को ज़िन्दगी में – काँटों से दोस्ती हमारी
कैसे भुला दें हम आप को – इस ज़िन्दगी में हमारे दिल से
बुहत ही अज़ीज़ है हम को तो – इस दुनिया में मुहब्बत हमारी