कठपुतली
उंगलियों पर नाचती कठपुतलियाँ
पर्दे के पीछे बैठा नचाता उन्हें कोई और है
उसके इशारे पर मरती कटती यही हैं
नचाने वाला नज़र कहीं आता नहीं
दूर बैठा होता है कहीं
उंगलियों पर नाचती कठपुतलियाँ
पर्दे के पीछे बैठा नचाता उन्हें कोई और है
उसके इशारे पर मरती कटती यही हैं
नचाने वाला नज़र कहीं आता नहीं
दूर बैठा होता है कहीं