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जैसे को तैसा

रामपुर में एक बहुत ही मेहनती तथा बुद्धिमान कुम्हार रहता था। नाम था उसका- दीनबंधु। एक बार दीनबंधु अपने बेटे की शादी में गाँव के महाजन से उसकी घोड़ी किराए पर लाया। दुर्भाग्य से वह घोड़ी महाजन को लौटाने से पहले ही मर गई। दीनबंधु चिंतित हो गया। महाजन बहुत ढीठ था। उसकी नजर दीनबंधु के उपजाऊ खेतों पर थी। कई बार उसने दीनबंधु से मुँहमाँगी कीमत पर खरीदने की बात की थी, पर दीनबंधु उसे बेचना नहीं चाहता था। घोड़ी के मरते ही महाजन को लगा कि अब जल्दी ही उसकी इच्छा पूरी होकर रहेगी।
महाजन दीनबंधु से बोला- ‘‘मुझे वही घोड़ी चाहिए और वह भी जिंदा।’’
दीनबंधु ने कहा- ‘‘ऐसा कैसे हो सकता है महाजन जी ! मरी हुई घोड़ी जिंदा कैसे हो सकती है ? उसके बदले आप घोड़ी की कीमत ले लीजिए।’’
लेकिन लालची महाजन कहाँ मानने वाला था, उसने कहा कि उसे वही घोड़ी चाहिए। सीधी उंगली से घी निकलते न देख कुम्हार ने सोचा टेढी उंगली से की काम चलाना पड़ेगा। कुछ सोचकर उसने कहा- ‘‘ठीक है महाजन जी, आप कल सुबह मेरे घर आइए। आपको अपनी घोड़ी मिल जाएगी।’’
महाजन ने कहा- “ठीक है, लेकिन यदि वही घोड़ी नहीं मिली तो मैं जो चाहूँगा, तुम्हें वही करना पड़ेगा।’’
कुम्हार बोला-‘‘मुझे आपकी षर्त स्वीकार है।’’
महाजन का मन खुषी से झूम उठा। वह बड़ी बेसब्री से अगली सुबह का इंतजार करने लगा। रात को वह ठीक से सो भी न सका। तड़के सुबह वह कुम्हार के घर पहुँचकर ‘दीनबंधु’, ‘दीनबंधु’ चिल्लाने लगा, पर दरवाजा किसी ने नहीं खोला। वह गुस्से से जोर-जोर से चिल्लाने लगा। फिर भी दरवाजा नहीं खुला तो उसने जोर से धक्का दे दिया । दरवाजा तो खुल गया पर उससे लगे अनेक मिट्टी के बर्तन टूटकर चकनाचूर हो गए।
दीनबंधु तो जैसे इसी के इंतजार में था। वह जोर-जोर से रोने लगा। बोला ‘हाय मेेरे बर्तन’, ‘तोड़ डाला रे’, ‘तोड़ डाला रे’।
महाजन बोला-‘‘रोओ मत! ठसकी कीमत मुझसे ले लेना।’’
कुम्हार बोलाा-‘‘मुझे तो यही बर्तन चाहिए वह भी बिना टूटे हुए, जैसे पहले थे।’’
महाजन का मुँह लटक गया। उसे अपनी गलती का अहसास हो गया था। उसने दीनबंधु से माफी माँगी।
— डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा

*डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा

नाम : डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा मोबाइल नं. : 09827914888, 07049590888, 09098974888 शिक्षा : एम.ए. (हिंदी, राजनीति, शिक्षाशास्त्र), बी.एड., एम.लिब. एंड आई.एससी., (सभी परीक्षाएँ प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण), पीएच. डी., यू.जी.सी. नेट, छत्तीसगढ़ टेट लेखन विधा : बालकहानी, बालकविता, लघुकथा, व्यंग्य, समीक्षा, हाइकू, शोधालेख प्रकाशित पुस्तकें : 1.) सर्वोदय छत्तीसगढ़ (2009-10 में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राज्य के सभी सरकारी हाई एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों में 1-1 प्रति नि: शुल्क वितरित) 2.) हमारे महापुरुष (2010-11 में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में 10-10 प्रति नि: शुल्क वितरित) 3.) प्रो. जयनारायण पाण्डेय - चित्रकथा पुस्तक (2010-11 में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में 1-1 प्रति नि: शुल्क वितरित) 4.) गजानन माधव मुक्तिबोध - चित्रकथा पुस्तक (2010-11 में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में 1-1 प्रति नि: शुल्क वितरित) 5.) वीर हनुमान सिंह - चित्रकथा पुस्तक (2010-11 में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में 1-1 प्रति नि: शुल्क वितरित) 6.) शहीद पंकज विक्रम - चित्रकथा पुस्तक (2010-11 में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में 1-1 प्रति नि: शुल्क वितरित) 7.) शहीद अरविंद दीक्षित - चित्रकथा पुस्तक (2010-11 में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में 1-1 प्रति नि: शुल्क वितरित) 8.) पं.लोचन प्रसाद पाण्डेय - चित्रकथा पुस्तक (2010-11 में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में 1-1 प्रति नि: शुल्क वितरित) 9.) दाऊ महासिंग चंद्राकर - चित्रकथा पुस्तक (2010-11 में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में 1-1 प्रति नि: शुल्क वितरित) 10.) गोपालराय मल्ल - चित्रकथा पुस्तक (2010-11 में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में 1-1 प्रति नि: शुल्क वितरित) 11.) महाराज रामानुज प्रताप सिंहदेव - चित्रकथा पुस्तक (2010-11 में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में 1-1 प्रति नि: शुल्क वितरित) 12.) छत्तीसगढ रत्न (जीवनी) 13.) समकालीन हिन्दी काव्य परिदृश्य और प्रमोद वर्मा की कविताएं (शोधग्रंथ) 14.) छत्तीसगढ के अनमोल रत्न (जीवनी) 15.) चिल्हर (लघुकथा संग्रह) 16.) संस्कारों की पाठशाला (बालकहानी संग्रह) 17.) संस्कारों के बीज (लघुकथा संग्रह) अब तक कुल 17 पुस्तकों का प्रकाशन, 80 से अधिक पुस्तकों एवं पत्रिकाओं का सम्पादन. अनेक पत्र-पत्रिकाओं का सम्पादक मण्डल सदस्य. मेल पता : [email protected] डाक का पता : डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा, विद्योचित/लाईब्रेरियन, छत्तीसगढ़ पाठ्यपुस्तक निगम, ब्लाक-बी, ऑफिस काम्प्लेक्स, सेक्टर-24, अटल नगर, नवा रायपुर (छ.ग.) मोबाइल नंबर 9827914888