मुक्तक/दोहा

कुछ यादें

यादों के झुरमुट तले ,दिल हो गया उदास ,
नैन नीर बहता रहा ,खोया कोई ख़ास।

दिल वाला इंजन करे ,धक धक की आवाज ,
याद रेल जब चलेगी ,बाजेगा दिल साज़।

कुछ यादें आंसू भरीं ,कुछ यादें गुमनाम ,
कुछ यादें झकझोरतीं ,जैसे आती शाम।

यादों के ये सिलसिले ,करते दिल बेचैन ,
कभी भिगोते आँख ये ,कभी चुराते चैन।

महेंद्र कुमार वर्मा

द्वारा जतिन वर्मा E 1---1103 रोहन अभिलाषा लोहेगांव ,वाघोली रोड ,वाघोली वाघेश्वरी मंदिर के पास पुणे [महाराष्ट्र] पिन --412207 मोबाइल नंबर --9893836328