अघोरी हूं
हार है न जीत है
मौत है न कोई ख़ौफ़ है
अघोरी हूं…..
ह्रास है न प्रहास है
ख़ास है न कोई आम है
अघोरी हूं……
काम है न आराम है
मान है न कोई अपमान है
अघोरी हूं……
जीवन है न मृत्यु है
पाप है न कोई पुण्य है
अघोरी हूं……
आदि है न अंत है
अंत है न कोई आदि है
अघोरी हूं……
— राजीव डोगरा