भटकाव
विकल्प हों जब सामने
मुश्किल है तब जीवन का सरल होना
विकल्प ही खड़ी करते हैं मुश्किलें
जो बनाते हैं जीवन को आढ़ा तिरछा
जब रास्ता होगा सीधा
कोई मार्ग न होगा आगे
तो राही भटकेगा कैसे
चौराहा उसे भटकाता है
कि अब दाएं चले कि बाएँ
विकल्प हों जब सामने
मुश्किल है तब जीवन का सरल होना
विकल्प ही खड़ी करते हैं मुश्किलें
जो बनाते हैं जीवन को आढ़ा तिरछा
जब रास्ता होगा सीधा
कोई मार्ग न होगा आगे
तो राही भटकेगा कैसे
चौराहा उसे भटकाता है
कि अब दाएं चले कि बाएँ