कविता

शिक्षा कर देती उजियार (साक्षरता दिवस- 8 सितंबर)

शिक्षा जीवन का आधार,

शिक्षा ज्ञान का है संचार,

शिक्षा है विकास का साधन,

शिक्षा की महिमा अपरंपार.

मात-पिता से शिक्षा पाकर,

जीवन-क्षेत्र में आते हैं,

गुरुजन की शिक्षा से हम,

साहस का संबल पाते हैं.

प्रकृति के कण-कण से मिलती,

शिक्षा आगे बढ़ने की,

परोपकार करते जाने की,

नवल विधाएं घड़ने की.

शिक्षा है अधिकार हमारा,

शिक्षा है वरदान महान,

शिक्षा से मिले ज्ञान कला का,

शिक्षा से होते शोध-निदान.

शिक्षा स्वावलंबी बनाती,

अर्थार्जन भी करवाती,

साहस-शील-विनय-से सद्गुण,

देकर मान-सम्मान बढ़ाती.

शिक्षा ले लो बांह पसार,

शिक्षा बांटो बनो उदार,

जितनी बांटो उतनी बढ़ेगी,

शिक्षा है अनखुट भंडार.

ज्ञान के दीप जलाकर शिक्षा,

हर लेती अज्ञान-अंधकार,

सुख-संतोष-समृद्धि देकर,

शिक्षा कर देती उजियार.

— लीला तिवानी

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244