गुरुदेव आपके चरणों में
गुरुदेव आपके चरणों में
कोटि-कोटि वंदन है हमारा।
जीवन की बाती बनाकर
जो करता है उजियारा।
ऐसे पूज्य गुरुदेव का
शत- शत वंदन है हमारा।
संसार रूपी सागर में
जो तैरना सिखलाते हैं।
संस्कारों की छेनी से
अनगढ़ रूप तराशा है।
मानवता की डोली पर
खुद शिल्पी बन संवारा है।
मेहनत की मदिरा पीकर
तन मन अर्पण कर डाला है।
भारत का भविष्य बनाने को
जीवन हम कर डाला है।
नवयुग का सृजन करने को
संकल्पों का सहारा है।
आप है पर प्रदर्शन हमारे
नव ज्ञान के सितारे हैं।
जीवन सुख में होगा सबका,
जो सद्गुरु की शरण में भटका।
आकार है, साकार है, मूर्त रूप तुम्हारा।
तू है भाग्य विधाता, राष्ट्र निर्माता।
गुरुवर अनगिनत उपकार है तुम्हारा।
गुरुदेव आपके चरणों में
कोटि-कोटि वंदन है हमारा।