मनुष्यता कोमा में
मॉर्निंग वाक करते हुए गणेशी ने अचानक शंकर जी से पूछा, “पापा, क्या आपको भी ऐसा लगता है कि आगे चलकर मनुष्य जाति का अंत भी ठीक उसी प्रकार से हो जाएगा, जिस प्रकार से डायनासोर का हुआ।”
“बेटा, मनुष्य जाति का अंत कब और कैसे होगा, यह बात निश्चित तौर पर तो अभी नहीं कह सकता, परंतु मनुष्यता अब कोमा की स्थिति में है। मनुष्यता के अंत होने के बाद मनुष्य फिर मनुष्य कहाँ रह जाएगा बेटा।” शंकर जी कहते-कहते बहुत ही भावुक हो गए थे।
— डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा