कविता

कठिन राह

कठिन राहों पर जो चलते है

वही मंजिल हासिल करते है

बुलंद इरादे हो सब कुछ पाते है

मंजिल की तरफ बढ़ते चले जाते है

चाहें जीवन में संघर्ष कितना भी है

मन में जीने की चाह बनाये रखना है

रखो अपने पर विश्वास सब मिल जाता है

कहीं राहें सुगम होती कहीं पथरीली होती है

जो रखते अपने आप पर भरोसा है

कोई भी चीज उनके लिए नामुकिन नहीं होती है

जीवन एक खूबसूरत सफर चलते जाना है

बुलंद इरादे हो तो किसी से घबराना नहीं है.[….]

— पूनम गुप्ता

पूनम गुप्ता

मेरी तीन कविताये बुक में प्रकाशित हो चुकी है भोपाल मध्यप्रदेश