साहस और लगन
मेरे दो अनमोल रत्न,
एक साहस, एक लगन,
साहस से हर काम करूं,
लगन से मैं रहूं मगन.
साहस ही जिंदगी है,
साहस ही तो है आधार,
साहस से ही हर सपना,
हो सकता है साकार.
लगन हो कुछ करने की,
साहस खुद आ जाता है,
साधन भी कुछ मिल जाता है,
काम स्वतः बन जाता है.
मन में साहस पलने दो,
लगन जीत की लगने दो,
आनंद की कलियां महकेंगी,
साहस-लगन को फलने दो.
— लीला तिवानी