ट्यूशन उद्योग
ट्यूशन उद्योग
ट्यूशन को उद्योग का दर्जा मिलने के बाद देश के सबसे बड़े उद्योगपतियों में से एक मास्टर छेदीलाल से एक पत्रकार ने साक्षात्कार के दौरान पूछा- ‘‘सर, आप अपनी सफलता का राज, हमारे पाठकों को बताने का कष्ट करेंगे।’’
‘‘इसमें कोई राज की बात नहीं है। बस त्रैमासिक परीक्षा में जानबूझकर अधिकाधिक छात्रोें को, खासकर उच्च तथा मध्यमवर्गीय परिवार के छात्रों को फेल कर दिया जाय तो वे सभी आपके यहाँ ट्यूशन पढ़ने आने लगेंगे।’’ मास्टर छेदीलाल जी ने एकदम व्यावसायिक अंदाज में जवाब दिया।
डाॅ. प्रदीप कुमार शर्मा
रायपुर, छत्तीसगढ़