प्रणाम बारम्बार
नमस्कार प्रभु श्री राम
प्रणाम बारम्बार
श्रद्धा रूपी भेंट हमारी
स्वीकार करो ।
जीवन हमारा मंगलमय करो ।।
प्रभु तुम कण-कण में
तुम में सारा जग समाया
सब तुम्हारी ही माया ।
रक्षक- पोषक दाता तुम
राजा-रंक सब के पालनहारी तुम
परम कृपालु- परम दयालु
करुणा के भंडार तुम ।
नमस्कार प्रभु श्री राम
प्रणाम बारंबार
डगमग करती नैया डोले
नाथ किनारे तक पहुंचाओ
तूफानों से हमें बचाओ ।
प्रभु शरण तुम्हारी
श्रद्धा रूपी भेंट हमारी
स्वीकार करो ।
जीवन हमारा मंगलमय करो ।।
— मुकेश कुमार ऋषि वर्मा