रह जायेगा
जिंदगी ना तुझसे अब शिकवा गिला रह जायेगा
बाद मेरे अब न कोई सिलसिला रह जायेगा(1)
दिल लगा कर दिल्लगी कुछ इस तरह की यार ने
याद में जीने का अब ना हौंसला रह जायेगा।(2)
इश्क ने पूरी करी हैं क्या कभी फरमाइशें ?
पीछे मुड़ कर देख लेना, सोचता रह जायेगा।(3)
लानतें तो रोज ही हमको मिलीं सौगात में,
खोल दूं जो राज सुन तू बावला हो जायेगा (4)
— लता यादव