गीत/नवगीत

मोदी फिर झंडा फहराएंगे

सत्य सनातन के अवरोधी फिर से मुंहकी खाएंगे
अबकी लाल किले से मोदी फिर झंडा फहराएंगे

पांच सदी के बाद राम का, मंदिर जो बनवाए हैं,
वही करोड़ों हिंदू के दिल, में भी जगह बनाए हैं,
काशी या उज्जैन देखकर गदगद सारे सनातनी,
बाकी तो सत्तर सालों से लटकाए, भटकाए हैं,

जो भी जैसा कर्म करेंगे, वैसा ही फल पाएंगे।
अबकी लाल किले से मोदी फिर झंडा फहराएंगे।

काश्मीर में दो झंडों की, बात नहीं अब होती है,
चीनी सेना सीमा पर, भारत से पिटकर रोती है,
जो हमको छेड़ेगा,मोदी- नहीं छोड़ते बैरी को,
एक किलो आंटा की खातिर सिसकी भरे पड़ोसी है,

और यहां अस्सी करोड़, राशन नि: शुल्क उठाएंगे
अबकी लाल किले से मोदी फिर झंडा फहराएंगे।

जेल गए हैं थोड़े से, बाकी भी कर लें तैयारी,
छाती पीट रहे हैं देखो, भारत के भ्रष्टाचारी,
लूट-लूटकर जनता को, संपत्ति बनाए हैं सारी,
बाहुबली भी थर-थर कांपें अब होगी किसकी बारी,

भारत मां की चीर खींचने- वाले मारे जाएंगे,
अबकी लाल किले से मोदी फिर झंडा फहराएंगे।

वंशवाद ही राजतंत्र है, पब्लिक को समझना है,
परिवारी पार्टी के लोगों, को अब सबक सिखाना है,
भाइ-भतीजा,बेट-बेटी, मम्मी -जीजा वाले दल,
लोकतंत्र को ऐसे लोगों, से इस बार बचाना है,

पार, चार सौ सीटों के, आगे मिलकर ले जाएंगे
अबकी लाल किले से मोदी फिर झंडा फहराएंगे।

— सुरेश मिश्र

सुरेश मिश्र

हास्य कवि मो. 09869141831, 09619872154