सुधीर श्रीवास्तव को “प्रेम शब्द सम्मान -2024”
गोण्डा (उत्तर प्रदेश): विक्रमशिला हिन्दी विद्यापीठ भागलपुर के कुलपति डॉ. संभाजी राजाराम बाविस्कर के विशेष प्रतिनिधि विद्यापीठ के जनसंपर्क अधिकारी/वरिष्ठ कवि इंद्रजीत तिवारी निर्भीक” एवं वरिष्ठ कवि जयशंकर सिंह सिंह कपसेठी के अध्यक्ष ने 05.05.2024 को रायबरेली काव्य रस साहित्य मंच रायबरेली के अखिल भारतीय कवि सम्मेलन, पुस्तक विमोचन एवं सम्मान समारोह में वरिष्ठ कवि साहित्यकार सुधीर श्रीवास्तव को अंगवस्त्र पहनाकर “विद्या वाचस्पति विशेष मानद स्मृति” सम्मान प्रदान किया । सम्मान प्रदान करने के बाद निर्भीक ने कहा कि श्रीवास्तव जी पिछले लगभग चार सालों से पक्षाघात की दुश्वारियों से लड़ते हुए साहित्य के क्षेत्र में अपना श्रेष्ठ देने के साथ हजारों नवोदित कलमकारों का मार्गदर्शन कर उन्हें नि: स्वार्थ भाव से आगे बढ़ाते रहने का कार्य लगातार कर रहे हैं। जो अनुकरणीय है। इसी क्रम मंच के संस्थापक और समरोह के आयोजक शिवनाथ सिंह शिव ने सुधीर श्रीवास्तव को अंगवस्त्र पहनाकर, श्रीराम जी का चित्र, मोमेंटो और “काव्य रस साधक” सम्मान पत्र देकर सम्मानित करते हुए आयोजन में उनके सहयोग /मार्गदर्शन की भूरि भूरि प्रशंसा की। जबकि “स्व. ठाकुर प्रेम पाल सिंह “दरोगा” स्मृति “प्रेम शब्द सम्मान 2024” आ. प्रवल प्रताप सिंह राणा “प्रवल” (सह संस्थापक शब्द शब्द दर्पण ) की ओर से इसी कार्यक्रम में समूह के संस्थापक आ. मानव सिंह राणा ने सुधीर श्रीवास्तव को अंगवस्त्र ,माला पहनाकर “स्व. ठाकुर प्रेम पाल सिंह “दरोगा” स्मृति सम्मान” सम्मान प्रदान किया। उन्नाव की एकता गुप्ता अमिता ने भी अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया। एक दर्जन से अधिक रचनाकारों ने श्री श्रीवास्तव को अपने प्रकाशित संग्रह की प्रतियां उनकी समीक्षा और आशीर्वाद के लिए उन्हें समर्पित किया उक्त अवसर पर सैकड़ों वरिष्ठ/ नवोदित कवियों कवयित्रियों की गरिमामय उपस्थिति रही। जिनमें आ. शिवनाथ सिंह शिव, निर्दोष जैन लक्ष्य, खालिद हुसैन सिद्दीकी, डा. अखिलेश श्रीवास्तव, हंसराज सिंह हंस, रईस सिद्दीकी, पीयूष सिंह, देवी प्रसाद पाण्डेय, डा.शशि जायसवाल एकता गुप्ता, अमिता गुप्ता, रज्जन राजा प्रवीण पाण्डेय “आवारा” जी, ईश्वर चंद्र जायसवाल जी, प्रभात राजपूत “राज गोण्डवी” अभय श्रीवास्तव , राजीव रंजन मिश्र जी, अरुण ब्रह्मचारी,अभय श्रीवास्तव, सुभाष चंद्र चौरसिया हेम बाबू, सुनीता श्रीवास्तव, हरिनाथ शुक्ल ‘हरि’, डा. रामकरण साहू सजल, जीवन जिद्दी, प्रेम प्रकाश श्रीवास्तव, कुंवर आनंद श्रीवास्तव, नीतू आकाश श्रीवास्तव, आकाश हलचल, इंद्रेश भदौरिया,छोटे लाल सिंह, ओम प्रकाश द्विवेदी ओम, जगनारायण मिश्रा, जीवन जिद्दी वर्तिका तोमर, राम मनोहर लाल आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे उपस्थित रहे। अनेक कवियों कवयित्रियों ने पुष्प गुच्छ देकर उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। ज्ञातव्य है कि श्री श्रीवास्तव वर्तमान में पक्षाघात का दंश झेल रहे हैं। बावजूद इसके शिवनाथ सिंह के विशेष आमंत्रण पर गोरखपुर के अरुण ब्रह्मचारी, अभय श्रीवास्तव, डा. राजीव रंजन मिश्र के संयुक्त संरक्षण में समारोह में शामिल हुए। विदित हो कि विशिष्ट पहचान बना चुके बहुआयामी व्यक्तित्व, बेबाक, सर्वसुलभ, सर्वहितैषी व्यक्तित्व के धनी नवोदित रचनाकारों के लिए सारथी की भूमिका निभाने वाले सुधीर श्रीवास्तव जी विभिन्न राष्ट्रीय/अंतरराष्ट्रीय पटलों/मंचों से 2300 से अधिक सम्मान पत्र प्राप्त कर चुके श्री श्रीवास्तव विभिन्न साहित्यिक पटलों में पदाधिकारी भी हैं। बुलंदी विश्व रिकॉर्ड कवि सम्मेलन में प्रतिभाग कर ‘काव्यश्री’, अखंड काव्यार्चन गोल्डेन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड, ऐतिहासिक अमृत महोत्सव काव्य गोष्ठी के लिए ‘गौरव सम्मान’, ‘कोच काव्य कुँभ २०२१’, जय विजय सम्मान २०२१, संगम शिरोमणि आदि से सम्मानित श्री सुधीर श्रीवास्तव नेत्रदान का संकल्प और देहदान की सार्वजनिक घोषणा कर चुके हैं। नवोदित रचनाकारों को यथासंभव प्रेरित कर सहयोग/मार्गदर्शन देते हुए आगे बढ़ाने का भी हर संभव प्रयास करते हुए प्रेरक , गाडफादर, सारथी की भूमिका लगातार निभा रहे हैं। श्री सुधीर श्रीवास्तव के सम्मानित किए जाने पर अनेक साहित्यिक, सामाजिक संगठनों, कवियों, साहित्यकारों, प्रबुद्धजनों ने श्री सुधीर श्रीवास्तव को बधाइयाँ और शुभकामनाएं देते हुए प्रसन्नता व्यक्त की है।