प्री-वेडिंग फोटो शूट
प्री-वेडिंग फोटो शूट
राष्ट्रीय स्तर के उस प्रतिष्ठित साहित्यिक पत्रिका में प्री-वेडिंग फोटो शूट के नाम पर अनावश्यक रूप से एक कुप्रथा को शुरू होने से पूर्व ही खत्म करने के संबंध में लिखित उनके प्रेरक आलेख से प्रभावित होकर उन्हें दिए गए मोबाइल नंबर पर फोन करके बधाई देने से खुद को नहीं रोक सका।
“हेलो… क्या मेरी बात मिस्टर सिंह से हो रही है ?”
“हाँ जी, फरमाइए। मैं मिस्टर सिंह ही बोल रहा हूँ।”
“सर, मैं छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से प्रदीप शर्मा बोल रहा हूँ। सर फलाँ पत्रिका में प्री वेडिंग फोटो शूट पर आधारित आपके आलेख को पढ़कर मुझे बहुत ही अच्छा लगा। क्या गज्जब का लिखा है सर आपने। दिल खुश हो गया पढ़कर। इतना अच्छा आलेख आजकल बहुत ही कम पढ़ने को मिलता है।”
“प्रदीप जी, कोई जरुरी बात हो, तो प्लीज़ शार्ट में कहिए। दरअसल मैं अभी अपनी प्री-वेडिंग फोटो शूट के लिए ही दार्जिलिंग आया हुआ हूँ… हेलो, हेलो… लगता है फोन काट दिया। अजीब आदमी था। पूरी बात सुनने से पहले ही फोन काट दिया।”
कथनी और करनी का भेद समझते देर नहीं लगी, सो मैंने फोन काट दिया था।
– डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा
रायपुर, छत्तीसगढ़