बेहद है जरूरी
मन में मौज रहे, तन में ओज रहे,
हर हाल में खुश रहना है जरूरी,
होश के साथ जीवन में जोश रहे,
तनाव से दूर रहना बेहद है जरूरी।
मन सरल और सन्तुष्ट रहे,
छल-कपट से दूरी है जरूरी,
सजग रहना, शिद्दत से प्रयास,
भलाई करना बेहद है जरूरी।
जिंदगी हो सही मायने में जिंदगी,
रिश्तों का गणित समझना है जरूरी,
रिश्तों की पाठशाला को चलाने हेतु,
तन-मन स्वस्थ होना बेहद है जरूरी।
धरती-सा धैर्य, सागर-सा गंभीर होना,
अम्बर-सा विशाल हृदय होना है जरूरी,
बांटने से वर्धित होती हैं खुशियां,
स्नेह से सराबोर होना बेहद है जरूरी।
जरूरी, मीठा-सच्चा, कम बोलना,
तोल-मोलकर बोलना है जरूरी,
चिकना, गरिष्ठ, जंक फूड न खाना,
तन-मन में मेल होना बेहद है जरूरी।
— लीला तिवानी