बहुत कठिन है सत्यवादी हरिश्चन्द्र बनना
भारत के लोग दुनियां में
नहीं है किसी से कम
उनका मुकाबला नहीं आसान
बहुत है उनमें दम
जुगाड़ करने में नहीं इनका कोई सानी
जुगाड़ देख कर अमेरिका को भी याद आती है नानी
भ्रष्टाचार से निपटने को ईडी सीबीआई हैं बनाये
पर इनपर चलती है सत्ता पक्ष की मनमानी
छोटी मोटी घूस तो सभी हैं खाते
मोटा माल तो राजनीतिक दल हैं उड़ा जाते
बड़े बड़े लोग जब कोई बड़ा काम हैं करवाते
तो बांड ख़रीदकर सत्तापक्ष को खुश हैं कर आते
एक नया तरीका निकाला घूस खाने का
नकद न देकर बांड में पैसा लगाने का
कोई कितना भी ज़लील कर ले बेशक
सबके सामने नकली मुस्कुराहट दिखाने का
भ्रष्टाचार का पेड़ हो गया है बहुत पुराना
अपने आप को दूध का धुला है बताना
ईमानदारी की कमाई तो बांड में नहीं जाएगी
बांड में जो लगाया उससे हज़ार गुना है कमाना
यदि वास्तव में चाहते हो भ्रष्टाचार मिटाना
ईमानदारी से लड़ो चुनाव ईमानदारी का खाओ खाना
हर हाथको मिल जाये काम और दो वक्त की रोटी
छोड़ दो वोटों की खातिर फ्री का बांटना खाना खिलाना
यदि लें संकल्प सभी कि भ्रष्टाचार है मिटाना
तो अपने अंदर के राम को पड़ेगा जगाना
बहुत कठिन है सत्यवादी हरिश्चन्द्र बनना
जो चल रहा है उसी से पड़ेगा काम चलाना
— रवींद्र कुमार शर्मा