जल बिन नहीं रहेगा कल
जल है तो कल है,
जल जीवन है, बल है,
जल-बिना जीवन सूना,
यह बात अटल-प्रबल है।
जल की बूंद-बूंद अनमोल,
देती जीवन में रस घोल,
जल के लिए जब पड़ा तरसना,
तब जानेंगे इसका मोल।
बूंद-बूंद को हमें सहेजना,
ताल-तलैया सूखने न देना,
व्यर्थ किया जो जल की बूंद को,
बचा न पाएंगे जीवन अपना।
जल बिन जीवन आज नहीं है,
जल बिन नहीं रहेगा कल,
जल से ही सब काम हैं संभव,
जल ही है जीवन का संबल।
— लीला तिवानी