कविता

कविता – रिमझिम बारिश

तेरे आने से सबको आज़,
खुशियों संग सुकून मिला,
अहसास हुआ,
बारिश तेरी है याद खूब आतीं,
हम-सब को सुखद अनुभव पाने का,
उन्नत एक आभास हुआ।

खुशियां समेटने में लगे हैं लोग,
तेरे आने की खुशियां पाकर।
उत्तेजना और उत्साह से भरपूर,
मन ही मन खुश हो रहा है,
तन मन में यह उत्साह समा कर।

आज़ सम्मान और पुरस्कार है जैसे ,
सब लोग कहते हैं एक उपहार।
जिंदगी आज़ आसान बन गया,
आपका यह आभार है स्वीकार।

समस्त दिशाएं हैं खुशियां संग,
सबमें दिखता है विश्वास का रंग।
आनन्द और प्रसन्नता से,
चर्चा में है बस रंग- विरंग।

आकाश है उन्नत खोज है सुन्दर,
प्रकृति ने हमें दिया एक आभार।
दुनिया भर में चर्चित है बारिश की बुंदे,
सब चाहते हैं इनका प्यार।

समग्र विकास और सुकून से लबालब भर,
यह देती है बड़ी सी गुदगुदी।
जगत संसार में शामिल होकर,
लातीं है-यह ख़ूब सुख -समृद्धि।

रिमझिम बारिश तेरी याद में,
हर्षित हो रहा है यह संसार।
आगे बढ़ने में इन्सानियत को,
मिल रहीं हैं तुमसे खूब प्यार।

— डॉ. अशोक, पटना

डॉ. अशोक कुमार शर्मा

पिता: स्व ० यू ०आर० शर्मा माता: स्व ० सहोदर देवी जन्म तिथि: ०७.०५.१९६० जन्मस्थान: जमशेदपुर शिक्षा: पीएचडी सम्प्रति: सेवानिवृत्त पदाधिकारी प्रकाशित कृतियां: क्षितिज - लघुकथा संग्रह, गुलदस्ता - लघुकथा संग्रह, गुलमोहर - लघुकथा संग्रह, शेफालिका - लघुकथा संग्रह, रजनीगंधा - लघुकथा संग्रह कालमेघ - लघुकथा संग्रह कुमुदिनी - लघुकथा संग्रह [ अन्तिम चरण में ] पक्षियों की एकता की शक्ति - बाल कहानी, चिंटू लोमड़ी की चालाकी - बाल कहानी, रियान कौआ की झूठी चाल - बाल कहानी, खरगोश की बुद्धिमत्ता ने शेर को सीख दी , बाल लघुकथाएं, सम्मान और पुरस्कार: काव्य गौरव सम्मान, साहित्य सेवा सम्मान, कविवर गोपाल सिंह नेपाली काव्य शिरोमणि अवार्ड, पत्राचार सम्पूर्ण: ४०१, ओम् निलय एपार्टमेंट, खेतान लेन, वेस्ट बोरिंग केनाल रोड, पटना -८००००१, बिहार। दूरभाष: ०६१२-२५५७३४७ ९००६२३८७७७ ईमेल - [email protected]