कुण्डली/छंद

चाह

चाहा जो भी पा लिया, इस जीवन में मीत,
जो खोया उसके लिए ,मन में रही न प्रीत,
मन में रही न प्रीत, सभी कुछ लगे अधूरा ,
जीवन का हर ख्वाब,देखता कभी न पूरा ,
कर्मों का हर लेख ,दिखाता सुख चौराहा ,
पाया हमने मीत, वही जो हमने चाहा ।

— महेंद्र कुमार वर्मा

महेंद्र कुमार वर्मा

द्वारा जतिन वर्मा E 1---1103 रोहन अभिलाषा लोहेगांव ,वाघोली रोड ,वाघोली वाघेश्वरी मंदिर के पास पुणे [महाराष्ट्र] पिन --412207 मोबाइल नंबर --9893836328