ग़ज़ल
इसकी हकीकत आशिक से ही पूछो तुम।
कांटों पर भी लेट के जो मुस्काता है।।
जिल्लत तोहमत और रंजिशें दुनिया की ।
प्यार ये सब कुछ साथ में लेकर आता है।।
सोच समझकर दिल के कहने लगना तुम।
झूठा- सच्चा यह सब को उकसाता है।।
सारी दुनिया दुश्मन सी हो जाती है।
दिल के शजर पे प्यार का फल जब आता है।।
यह क्या शै है प्यार करो तो जानोगे ।
बैठ गोद जो हंसता और रुलाता है।।
बेशक प्यार खुदा की नेमत है यारों।
किस्मत वालों के हिस्से ही आता है।।
— अशोक दर्द