लघुकथा

प्रचार

गली मोहल्ले का चक्कर लगाती गाड़ियों में लाउडस्पीकर बज रहा था अबके गैस सिलेंडर 400रू का हो जाएगा। ग़रीबी खत्म करने का हमारा वादा है, देखना हम इसे जरुर पूरा करेंगे। हाथ जोड़कर नेता जी गुजर रहे थे वहीं पास में बैठे सुरेश ने कहा “चाचा अगर ऐसा हो जाएं तो कितनी राहत मिलेंगी। हर बार हमें महीनों में १००० रू का फायदा होगा। हमारे लिए ये खबर किसी रामवाण से कम नहीं।”
रामवीर चाचा- “सच कहते हो सुरेश बेटा हमारी कमर टूटी जा रहीं हैं इस मंहगाई में। इस खबर से कुछ तो राहत मिलेगी। प्रचार झूठा नहीं होना चाहिए। जनता को धोखा नहीं होना चाहिए।वो आप पर विश्वास करते हैं। उनका विश्वास टूटना नहीं चाहिए। नहीं तो फिर आप सचमुच कुछ करेंगे तो किसी को यकीन नहीं होगा।”

– अभिषेक जैन

अभिषेक जैन

माता का नाम. श्रीमति समता जैन पिता का नाम.राजेश जैन शिक्षा. बीए फाइनल व्यवसाय. दुकानदार पथारिया, दमोह, मध्यप्रदेश