अहंकार से सीख
यह हमें ज़िन्दगी की,
तमाम उम्र अंधेरों को चीड़ कर आगे बढ़ने की,
शक्ति देता है।
नवीन जोश और उत्साह से,
भरपूर मदद करता है।
उमंग और उत्साह से भरपूर है,
रंगत में निखार देती है,
शुरू में दिखता नासुर है।
अहंकार सदैव बुरा नहीं है,
आसमां से बाते कर,
सही रास्ते पर चलने की आदतों को जन्म देती है।
गलतफहमियां पैदा करता है,
परन्तु सही और सटीक,
यथार्थ को सामने रखकर,
हमें आगे बढ़ने में मदद करता है।
अहंकार के पीछे आपकी भलाई है,
हमेशा श्रम करते हुए,
आगे बढ़ने की देता दुहाई है।
यह एक दुःख भरी कहानी है,
आगे बढ़ने की आसमानी रबानी है।
अहंकार से सीख लेनी चाहिए,
अन्तर्मन में उतरीं तस्वीर है,
समझने की सही ताक़त से,
हमें रूबरू होना चाहिए।
अहंकार से त्रस्त लोगों से,
दोस्ती बनाएं रखने में सफल होने की,
तमन्नाओं को साकार करने में मदद मिलेगी।
अहम् भूमिका निभाने वाले लोगों को,
इससे सबक सीखना होगा,
यही जिंदगी की अदब बनेंगी।
अहंकार हमें हमेशा अहसास दिलाने वाली व्यवहार में,
ढल जाना सिखाती है।
उलझनें पैदा करता है अवश्य परन्तु,
मजबूती प्रदान करने में,
यही सबसे बड़ी भूमिका निभाने वाली ताकत बनकर,
हमें सफलता की चिंता छोड़कर,
शिखर पर पहुंचने में मदद पहुंचाने में,
सबसे पहले खड़ा होने की,
हरपल ताकत दे जाती है।
अहंकार मेहनत जोश और जुनून पैदा करता है,
शुरू में तकलीफें झेलने में,
शरारत से निकली हुई आवाज बनकर,
दुःख भरी कहानी को पढ़कर जीवित रहते हुए,
अत्यधिक कष्ट पहुंचाती है।
आखिरी वक्त में हमें समृद्धि और खुशहाली की,
कलाओं में पारंगत कर जाती है।
— डॉ. अशोक, पटना