मुक्तक/दोहा

घर-घर लहरे तिरंगा

आजादी का जश्न, जोश से हमें मनाना।

गूंजे गौरव गान, राष्ट्र चेतना जगाना।।

भारत मां के लाल, देशप्रेम से मन रंगा।

होवे नित सम्मान, घर-घर तिरंगा लहराना।।

*चंचल जैन

मुलुंड,मुंबई ४०००७८