भजन/भावगीत

नंदलाला बाल गोपाला

घर – घर बाजें मधुर शहनाई
जन्में नटखट कृष्ण कन्हाई।
जन – मन में छाया हर्षोल्लास
नगर-नगर बांटी मिश्री मिठाई।।

सजी-धजी मोहक मथुरा नगरी
आएं बाल गोपाल कृष्ण मुरारी।
जीवन भर वह सुख को पाते
जो इनको शीश नवाते नर-नारी ।।

ठुमक-ठुमक चलें कृष्ण कन्हैया
रुनझुन – रुनझुन बाजें करधनी ।
बजी पायलिया ता – ता थैया
नाचते छम – छम कृष्ण मुरारी ।।

हंसते – हंसते दिखाएं लीला
पीला-नीला रंग लगे निराला।
चुपके – चुपके खाय माखन
सबके मन को बाएं गोपाला ।।

पल -पल रुप लगे मतवाला
तन-मन हो जाएं खुशहाला ।
घर – घर पालने में झूलेंगे
आज सबके प्रिय नंदलाला।।

— गोपाल कौशल भोजवाल

गोपाल कौशल "भोजवाल"

नागदा जिला धार मध्यप्रदेश 99814-67300