कविता

कविता – ज्ञान

यह बोध अनुभव या कहें प्रकाश है,
सबमें खुशियां बांटती है,
इसके अलावा अन्य नहीं कोई प्रयास है।

यह अवलोकन अध्यन और जांच का,
खूबसूरत बगीया है।
जन-जन तक पहुंचाने वाले लोगों को,
इन्सानियत सिखाती है,
इस परिकल्पना को जमीनी शक्ल देने वाली ताकत बनकर आज़ सबमें उत्साह भर देती है,
कहलाता है,
बग़ीचे की खुशबू है,
सब लोग अक्सर कहते हैं,
सुन्दर बगिया की परिकल्पना को साकार करने वाली,
अत्यंत सुंदर कलियां है।

सारा सच है तो,
दुनिया जागृत हो रहा है।
तकलीफ़ खत्म करने में,
मदद पहुंचाता दिख रहा है।

ज्ञान की धरती पर,
सारा सच एक उम्दा प्रयास है।
सब कहते हैं,
यही जिंदगी की सबसे बड़ी इबादत है,
सब लोग इस खेल से,
पाते सुखद अहसास है।

ज्ञान दर्पण में उम्मीद है,
इसके लिए मर-मिटने की जरूरत है।
यही कारण है कि,
सब मानते हैं इसकी यह ताकत,
आज इसलिए बढ़ रही अहमियत है।

समन्दर पार करते हुए,
ज्ञान की मिट्टी से निकली हुई आवाज काम आता है,
खूबसूरत बगीया में,
अनेकों बार जनमानस को,
खुशियां उमंग और उत्साह से भरपूर करने में,
इस ताकत से निकली हुई आवाज,
एक उन्नत ज़मीन देकर,
सबको अपनत्व का,
संकल्प लेने का हुनर बताते हुए,
सही सोच और व्यवहारिक रूप में स्वीकार्य,
अन्दाज़ में,
आगे बढ़ाकर शिखर पर पहुंचाता है।

यही जिंदगी की,
सही तस्वीर है।
उमंग और उत्साह से भरपूर,
संसार की सबसे बड़ी जागीर है।

— डॉ. अशोक, पटना

डॉ. अशोक कुमार शर्मा

पिता: स्व ० यू ०आर० शर्मा माता: स्व ० सहोदर देवी जन्म तिथि: ०७.०५.१९६० जन्मस्थान: जमशेदपुर शिक्षा: पीएचडी सम्प्रति: सेवानिवृत्त पदाधिकारी प्रकाशित कृतियां: क्षितिज - लघुकथा संग्रह, गुलदस्ता - लघुकथा संग्रह, गुलमोहर - लघुकथा संग्रह, शेफालिका - लघुकथा संग्रह, रजनीगंधा - लघुकथा संग्रह कालमेघ - लघुकथा संग्रह कुमुदिनी - लघुकथा संग्रह [ अन्तिम चरण में ] पक्षियों की एकता की शक्ति - बाल कहानी, चिंटू लोमड़ी की चालाकी - बाल कहानी, रियान कौआ की झूठी चाल - बाल कहानी, खरगोश की बुद्धिमत्ता ने शेर को सीख दी , बाल लघुकथाएं, सम्मान और पुरस्कार: काव्य गौरव सम्मान, साहित्य सेवा सम्मान, कविवर गोपाल सिंह नेपाली काव्य शिरोमणि अवार्ड, पत्राचार सम्पूर्ण: ४०१, ओम् निलय एपार्टमेंट, खेतान लेन, वेस्ट बोरिंग केनाल रोड, पटना -८००००१, बिहार। दूरभाष: ०६१२-२५५७३४७ ९००६२३८७७७ ईमेल - ashokelection2015@gmail.com