बाल कविता

बाल कविता

बच्चे कितने मन के भोले
श्याम सलोने है अलबेल
अपने शिक्षक के सम्मान में
शिक्षक दिवस मनाए है
इनकी अनोखी शान है ऐसी
जग में कितने न्यारे है
शिक्षक के आदर्श गुणों से
दिव्य परचम फहराए है
है कितने अनमोल ये बच्चे
स्नेहिल आदर भाव है इनके
इनकी अविरल छवि ने आज
नए इतिहास रचाए है।

बिजया लक्ष्मी

बिजया लक्ष्मी (स्नातकोत्तर छात्रा) पता -चेनारी रोहतास सासाराम बिहार।

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