महके जीवन
आओ,दीप जलाये ऐसे,
मन मंदिर जगमगाये,
हर द्वार बंदनवार सजे,
भूख प्यास तृप्त हो जाये।।
अंधियारी गलियां हो रोशन,
खिले नटखट मासूम,बचपन,
बे-छत, बे-घर न रहे कोई,
मुस्कुराये हर कली,महके जीवन।।
दीपमालाएं जगमग, जगमग,
रंग-रंगीली रंगोली मनहर,
रुमक-झुमक आवे खुशियां,
हो आनंद मंगल, जीवन सुन्दर।।
उमंग, उल्लास से मनाये त्यौहार
पर्व, उत्सव हमारे संस्कार, संस्कृति,
मिले प्रेम, स्नेह, दुआएं, आशीर्वाद,
हो मानवता पूजन,परम प्रभु भक्ति।।