प्रीत
कलकल बहती धार, पवन रुमझुम लहराती।
झुमझुम डोले डाल, पुष्प सौरभ बिखराती।।
गुनगुन गाते गीत, भ्रमर प्रेमी दीवाने।
दीपक लौ मनमीत, प्रीत लिखते परवाने।।
कलकल बहती धार, पवन रुमझुम लहराती।
झुमझुम डोले डाल, पुष्प सौरभ बिखराती।।
गुनगुन गाते गीत, भ्रमर प्रेमी दीवाने।
दीपक लौ मनमीत, प्रीत लिखते परवाने।।