कविता

कविता – बिहार की संस्कृति

मेहनत धैर्य और संयम से,
सराबोर संसार है।
उन्नति और प्रगति का,
यही दिखता संस्कार है।

कठिन प्रश्न चिन्ह नहीं है,
मेहनत और लगन से काम किया जाता है।
समर्पण से भरपूर होने का,
हमेशा प्रयोग किया जाता है।

नई रीति से भरपूर है,
उम्मीद बनाएं रखने की दस्तूर है।
सफलताएं गुलाम नहीं है,
मेहनत से निकली हुई आवाज से,
उम्मीद बनाकर आगे बढ़ने की ही धुन है।

बुद्ध और महावीर की,
एक खूबसूरत श्रृंगार है।
नवीन चेतना को समर्पित किया जाता है,
इस कारण से,
यहां उन्नति और प्रगति की,
लगातार उमरती प्यार है।

पढ़ाई और शिक्षा जमीन पर,
नज़र आता है।
मेहनत से काम करने का,
ज़िद यही पर अनन्त सागर में गोते लगाने वाले लोगों को,
सबके करीब लाने का,
पाठ पढ़ाया जाता है।

— डॉ. अशोक, पटना

डॉ. अशोक कुमार शर्मा

पिता: स्व ० यू ०आर० शर्मा माता: स्व ० सहोदर देवी जन्म तिथि: ०७.०५.१९६० जन्मस्थान: जमशेदपुर शिक्षा: पीएचडी सम्प्रति: सेवानिवृत्त पदाधिकारी प्रकाशित कृतियां: क्षितिज - लघुकथा संग्रह, गुलदस्ता - लघुकथा संग्रह, गुलमोहर - लघुकथा संग्रह, शेफालिका - लघुकथा संग्रह, रजनीगंधा - लघुकथा संग्रह कालमेघ - लघुकथा संग्रह कुमुदिनी - लघुकथा संग्रह [ अन्तिम चरण में ] पक्षियों की एकता की शक्ति - बाल कहानी, चिंटू लोमड़ी की चालाकी - बाल कहानी, रियान कौआ की झूठी चाल - बाल कहानी, खरगोश की बुद्धिमत्ता ने शेर को सीख दी , बाल लघुकथाएं, सम्मान और पुरस्कार: काव्य गौरव सम्मान, साहित्य सेवा सम्मान, कविवर गोपाल सिंह नेपाली काव्य शिरोमणि अवार्ड, पत्राचार सम्पूर्ण: ४०१, ओम् निलय एपार्टमेंट, खेतान लेन, वेस्ट बोरिंग केनाल रोड, पटना -८००००१, बिहार। दूरभाष: ०६१२-२५५७३४७ ९००६२३८७७७ ईमेल - [email protected]