दोस्ती
गरबा खत्म होने के बाद एक मनचले युवक ने उमा की तारीफ करते हुए कहा, “भई वाह ! आप जितनी खूबसूरत हैं ना, उतनी ही अच्छी डांसर भी हैं।”
“थैंक्यू सो मच सर।”
“क्या आप मुझसे दोस्ती करना चाहेंगी ?”
“हाँ-हाँ, क्यों नहीं।”
“गुड… क्या आपका मोबाइल नंबर जान सकता हूँ ?”
“जरूर, पर मैं आपको अपना मोबाइल नंबर देने से पहले स्पष्ट कर देना चाहूँगी कि हमारे घर का इकलौता मोबाइल पापा के पास रहता है। और मेरे पापा को तो आप जानते ही होंगे। वही पहलवान अंगद सिंह जी, जो पिछले साल नेशनल कुश्ती में गोल्ड मेडल जीते थे।”
“…..”
“अरे सुनो तो… मोबाइल नंबर तो नोट करते जाओ…”
पहलवान अंगद सिंह का नाम सुनते ही युवक भाग खड़ा हुआ था।
-डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा
रायपुर, छत्तीसगढ़