कुण्डली/छंद रावण मर सकता नहीं सुरेश मिश्र 12/10/202412/10/2024 पुतले जीभर फूंकिए,और करो कोहरामरावण मर सकता नहीं, कुछ भी रख लो नामकुछ भी रख लो नाम,कुटिल,ठग,भ्रष्टाचारीएक मरे,दस पैदा होते पापाचारीकह सुरेश श्रीराम एक रावण सौ उछलेमन के रावण मारो,चीख रहे हैं पुतले — सुरेश मिश्र