नसीहत
नसीहत एक अच्छी से,
संवर सकती है जीवन-धार,
नसीहल गलत मिल जाए,
तो जीवन हो जाता है भार,
आनंद-खुशियां पाने को,
फैसला खुद करना होगा,
नसीहत दे सकती है प्यार,
वही करवा सकती तकरार।
— लीला तिवानी
नसीहत एक अच्छी से,
संवर सकती है जीवन-धार,
नसीहल गलत मिल जाए,
तो जीवन हो जाता है भार,
आनंद-खुशियां पाने को,
फैसला खुद करना होगा,
नसीहत दे सकती है प्यार,
वही करवा सकती तकरार।
— लीला तिवानी