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अंतस् की 64वीं काव्य गोष्ठी अत्यंत भव्यता के साथ संपन्न

आयोजन और सप्रेम स्वागत तथा उत्तम भोजन हेतु वरिष्ठ उपाध्यक्ष अंशु जैन, कोषाध्यक्ष निर्मल जैन जी तथा समस्त परिवार का हृदय से आभार। व्यवस्था में योगदान हेतु सुनीता अग्रवाल तथा पूजा गोयल को आत्मीय धन्यवाद। डॉ तारा गुप्ता की अध्यक्षता तथा पूनम माटिया के संचालन में लगभग ढाई घंटे तक काव्य रस में अवगाहन किया उपस्थित कविवृंद एवं सुधि श्रोताओं ने। मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे ग़ज़लगो रजनीश त्यागी राज़ तथा विशिष्ट अतिथि का दायित्व निभाया वंदना कुंअर रायज़ादा ने। मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर माल्यार्पण उपरांत राग यमन में वंदना प्रस्तुत की सुनीता अग्रवाल ने। अंतस् के संरक्षक नरेश माटिया के ऊर्जामय सान्निध्य में सभी अतिथियों का स्वागत-सम्मान किया गया। काव्य-पाठ की श्रृंखला में पूजा श्रीवास्तव, सुनीता अग्रवाल, अंशु जैन, पूजा गोयल, वंदना कुंअर रायज़ादा, पूनम माटिया, रजनीश त्यागी राज़ और तारा गुप्ता ने गीत, ग़ज़लों, दोहों, माहियों, लोरी तथा कविताओं से समां बांध दिया।
अंतस् की 64वीं गोष्ठी का संयोग निर्मल जैन जी के 64वें जन्मदिवस तथा उनके बेटे-बहू गर्वित-इशिता की शादी की सालगिरह के साथ होने से आयोजन का आनंद कई गुना हो गया। उपहारों और शुभकामनाओं के मध्य सामाजिक कार्यकर्ता तथा काव्य रसिक श्रोताओं रितु भाटिया और उषा किरण जी ने अपने शानदार उद्बोधन से सभी को आनंदित किया। अंतस् की गोष्ठियों के क्रम 64वें पढ़ाव पर पहुंचने का सफ़र कैसा रहा है -इसकी चर्चा भी संस्था-अध्यक्ष पूनम माटिया ने की। अंत में मेज़बान निर्मल जैन जी ने विधिवत सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।

डॉ. पूनम माटिया

डॉ. पूनम माटिया दिलशाद गार्डन , दिल्ली https://www.facebook.com/poonam.matia [email protected]