खट्टा-मीठा : नमाजवादी पत्थरबाज़ कल्याण योजना
उद्देश्य : यह योजना नमाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अक्ललेस जादो उर्फ़ टोंटी भैया द्वारा भारतीय पत्थरबाज़ों के कल्याण के लिए लायी गयी है।
पात्रता : भारत में रहनेवाले कटासुर समाज के सभी लोग इस योजना के लिए पात्र होंगे। कंगलादेश से आये हुए घुसपैठिये और मियाँमार से लतियाकर भगाये गये रोहिंग्या भी इसके पात्र हैं।
अनिवार्य योग्यताएँ : अपने घर की छत पर पत्थरों का संग्रह करना और उनको हाथों से या गुलेल द्वारा दूर तक फेंकने की कला आना अनिवार्य है। इस सम्बन्ध में नमाजवादी पार्टी के पदाधिकारियों, स्थानीय जनप्रतिनिधियों (एम.पी., एम.एल.ए., पार्षद आदि) या क्षेत्रीय मस्जिद के इमाम या मौलवी द्वारा दिया गया प्रमाणपत्र ही मान्य होगा।
वांछित योग्यताएँ : क्षेत्रीय थाने में एफ.आई.आर. दर्ज होना अतिरिक्त योग्यता मानी जाएगी। किसी अपराध में सजा काटना विशेष योग्यता होगी।
चयन : उम्मीदवारों का चयन पात्रता के अनुसार किया जाएगा। सभी पात्र उम्मीदवारों को नमाजवादी पार्टी के विशेष सदस्यों के रूप में नियुक्त किया जाएगा। वे अपने घरों में रहकर नमाजवादी पार्टी के लिए कार्य करेंगे और उनके जुलूसों में भाग लेंगे। समय समय पर वे पुलिस पर और हिन्दू त्यौहारों पर निकलनेवाली शोभायात्राओं, काँवरियों आदि पर पत्थर फेंकेंगे। इसके लिए उन्हें योग्यता और अनुभव के अनुसार प्रति माह वेतन और इनाम दिया जाएगा।
रिक्तियों की संख्या : रिक्तियों की कोई सीमा नहीं है। कितने भी पत्थरबाज़ों को इस योजना में चयनित किया जा सकता है।
आवेदन की विधि : इस योजना में शामिल होने के इच्छुक पत्थरबाज़ अपना आवेदन निर्धारित फ़ॉर्म पर, जो नमाजवादी पार्टी के सभी कार्यालयों में उपलब्ध है, आवश्यक प्रमाणपत्रों की स्वयं सत्यापित प्रतिलिपियों के साथ नमाजवादी पार्टी के कार्यालय से अग्रसारित कराकर राष्ट्रीय अध्यक्ष के पास भेजें।
अन्तिम तिथि : इस योजना में आवेदन करने की कोई अन्तिम तिथि नहीं है। यह कल्याण योजना सदैव चलती रहेगी।
विशेष : चुने गये पत्थरबाज़ों को रिटायर या घायल होने पर उनके सेवाकाल की अवधि के आधार पर पेंशन भी दी जाएगी और पत्थरबाज़ी में मारे जाने पर उनके परिवार को पाँच लाख रुपये की तत्काल सहायता, फ़ैमिली पेंशन और परिवार के एक या अधिक सदस्यों को पत्थरबाज़ के पद पर नियुक्ति दी जाएगी।
— बीजू ब्रजवासी
मार्गशीर्ष शु. १, सं. २०८१ वि. (२ दिसम्बर २०२४)