मेरी ब्रुसेल्स यात्रा
04 जून 2023 को बेल्जियम की हमारी दूसरी यात्रा थी I सुबह नौ बजे हमलोग डेन बॉस स्थित अपने घर से बेल्जियम की राजधानी ब्रुसेल्स के लिए निकले I यहाँ से ब्रुसेल्स की दूरी लगभग 150 किलोमीटर है I दो घंटे में हमलोग ब्रुसेल्स पहुँच गए I ब्रुसेल्स में अच्छी धूप खिली थी और भव्य अट्टालिकाएँ हमारा इंतजार कर रही थीं I घूमने के लिए मौसम अनुकूल था I कार को पार्क कर सर्वप्रथम हमलोग ब्रुसेल्स के मुख्य बाज़ार में गए I ब्रुसेल्स बहुत सुन्दर और भव्य शहर है I पर्यटन की दृष्टि से ब्रुसेल्स एक अद्भुत जगह है। अपनी शानदार वास्तुकला, संग्रहालयों व कलादीर्घाओं की अधिकता, खाने-पीने के लिए अनेक रेस्टोरेंट और जीवंत नाइटलाइफ़ के लिए यह शहर विख्यात है I यहाँ एक ही स्थान पर प्राचीनता और आधुनिकता दोनों के दर्शन होते हैं I यह शहर अपनी गौरवशाली संस्कृति की महागाथा प्रस्तुत करता है I दूर-दूर तक इस शहर का विस्तार है I इसलिए एक दिन में पूरा शहर घूमना संभव नहीं है I इसलिए हमलोगों ने कुछ चुनिंदा स्थलों पर भ्रमण करने का निश्चय किया I इस शहर में अद्भुत अनुशासन देखने को मिला I अनुकरणीय साफ-सफाई और नियमों का सख्ती से अनुपालन करते नागरिक I पहली नज़र में ही इस नगर से प्यार हो जाना स्वाभाविक है I ब्रुसेल्स बेल्जियम की राजधानी है I यहाँ बेल्जियम की अधिकांश आबादी निवास करती है I द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद यह नगर अंतर्राष्ट्रीय राजनीति का केंद्र बन गया I इस नगर में अनेक अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के मुख्यालय हैं I ब्रुसेल्स में बेनीलक्स (BENELUX-बेल्जियम, नीदरलैंड और लक्जमबर्ग तीन देशों का संगठन) सचिवालय और नाटो (NATO) का मुख्यालय स्थित है I इस नगर में फ्रेंच और डच दो भाषाएँ बोली जाती हैं I यहाँ के अधिकांश निवासी फ्रेंच भाषा बोलते हैं I लगभग 90 प्रतिशत लोगों की भाषा फ्रेंच है I आम बोलचाल की भाषा भी फ्रेंच है I यहाँ अंग्रेजी तीसरी भाषा के रूप में बोली जाती है I यह शहर अपने खानपान के लिए मशहूर है I यहाँ की तीन चीजें मशहूर हैं-वाफल, चाकलेट और फ्रेंच फ्राई I बीयर और चॉकलेट के बिना तो ब्रुसेल्स की कल्पना भी नहीं की जा सकती है I विभिन्न प्रकार की बीयर के लिए यह नगर विश्वप्रसिद्ध है I बीयर बनाने में विश्व का कोई देश इनसे मुकाबला नहीं कर सकता है I बेल्जियम में बीयर निश्चित रूप से सबसे अधिक पसंद किया जानेवाला पेय है। बेल्जियम के लोग सैकड़ों वर्षों से बीयर बना रहे हैं और उनकी बीयर दुनिया भर में पसंद की जाती है। यहाँ तरह-तरह की बीयर का उत्पादन होता है । ब्रुसेल्स को चॉकलेट की राजधानी कहने में कोई अतिशयोक्ति नहीं है I बेल्जियम के चॉकलेट विश्व विख्यात हैं I यदि आप चॉकलेट प्रेमी है तो चॉकलेट संग्रहालय का भ्रमण अवश्य करें I यह संग्रहालय प्रतिदिन सुबह 10.00 बजे से शाम 5.00 बजे तक खुला रहता है और इसका प्रवेश शुल्क मात्र 6 यूरो है I ब्रुसेल्स में सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व के अनेक संग्रहालय हैं I द्वितीय विश्वयुद्ध में ब्रुसेल्स पूर्णतः तबाह हो चुका था I ब्रुसेल्स भ्रमण के लिए वसंत और पतझड़ ऋतु सबसे अच्छा है। मौसम अनुकूल होता है और भीड़ भी कम होती है, लेकिन वास्तव में बेल्जियम घूमने का कोई बुरा समय नहीं होता हैI
ग्रैंड प्लेस-सर्वप्रथम हमलोग ग्रैंड प्लेस गए I नगर के ह्रदय स्थल में ही ग्रैंड प्लेस अवस्थित है I हमलोगों ने ग्रैंड प्लेस में बहुत समय बिताया I ग्रैंड प्लेस ब्रुसेल्स का प्रमुख आकर्षण है। यहाँ टाउन हॉल और नवगॉथिक किंग्स हाउस स्थित है जिसमें ब्रुसेल्स सिटी संग्रहालय है। टाउन हॉल का निर्माण 15वीं शताब्दी में किया गया था I ग्रैंड प्लेस के आसपास की सबसे शानदार इमारत टाउन हॉल में कई भव्य कमरे हैं जो इसकी सुन्दरता में चार चाँद लगाते हैं। इसका शिखर अन्य सभी इमारतों से ऊँचा है I इस टाउन हॉल को गोथिक वास्तुकला की उत्कृष्ट कृति माना जाता है। ग्रैंड प्लेस की आंतरिक साज-सज्जा मंत्रमुग्ध कर देती है । काउंसिल चैंबर की शानदार छत, खूबसूरत पैनलवाली दीवारें, अद्भुत कलाकृति और भित्तिचित्र आदि सम्मोहित कर लेते हैं । टाउन हॉल में अनेक संगीत कार्यक्रम आयोजित होते रहते हैं I ग्रैंड प्लेस का ऐतिहासिक महत्व है I इसका वास्तुशिल्प देखने योग्य है I क्रिसमस के समय ग्रैंड प्लेस में बहुत चहल-पहल रहती है I ग्रैंड प्लेस का निर्माण 11वीं शताब्दी में शुरू हुआ था और 17वीं शताब्दी तक इसका निर्माण लगभग पूर्ण हो चुका था। 1695 ई. में नौ साल के युद्ध के दौरान फ्रांसीसी सैनिकों द्वारा यहाँ भारी बमबारी की गई जिसके कारण इस चौराहे और बाज़ार के अधिकांश भवन नष्ट हो गए थे । बाद के वर्षों में इसका पुनर्निर्माण किया गया जिसके उपरांत इस स्कवायर को उसका वर्तमान स्वरूप प्राप्त हुआ I बाद में कई बार इसका नवीनीकरण और पुनर्निर्माण किया गया । 19वीं शताब्दी के मध्य में इस चौराहे और भवनों को पुनर्निर्मित किया गया । आजकल ग्रैंड प्लेस ब्रुसेल्स का सबसे महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल बन गया है। इसे दुनिया के सबसे खूबसूरत चौराहों में से एक माना जाता है I वर्ष 1998 में यूनेस्को ने इसे विश्व धरोहर स्थल घोषित कर दिया । इस चौराहे पर अक्सर उत्सव और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होते रहते हैं I यह स्कवायर क्रिसमस और नए साल के वार्षिक समारोहों का भी केंद्र है I इस चौराहे पर हर साल क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। इतिहास, शानदार वास्तुकला और शानदार फूलों से भरपूर ग्रैंड प्लेस शहर की जीवंतता का प्रतीक बन गया है I यह ब्रुसेल्स में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है। यह संभवतः यूरोप का सबसे बड़ा और सबसे खूबसूरत चौराहा है जो गिल्ड हाउस से घिरा हुआ है I ब्रुसेल्स में पेय का आनंद लेने, भ्रमण करने या बैठकर इस जीवंत शहर की नब्ज को महसूस करने के लिए ग्रैंड प्लेस सबसे अच्छी जगहों में से एक है। विस्मयकारी वास्तुकला को प्रदर्शित करनेवाले कोबलस्टोन वाले स्कवायर के आसपास की ऐतिहासिक इमारतें ग्रैंड प्लेस को भव्यता और सुंदरता प्रदान करती हैं। सप्ताह में तीन बार स्थानीय फूल बाजार की खुशबू में सांस लेने का आनंद अनोखा है I रात की रोशनी में ग्रैंड प्लेस की सुंदरता आश्चर्यचकित कर देती है ।
मानेकन पिस (Manneken Pis)-ब्रुसेल्स के केंद्रीय स्थल पर मानेकन पिस (Manneken Pis) स्थित है I यह 55.5 सेंटीमीटर की कांस्य मूर्ति है I यह एक छोटा नंगा बच्चा है जो फव्वारे के बेसिन में पेशाब कर रहा है। यह नंगा पेशाब करता हुआ बच्चा ब्रुसेल्स में बहुत मशहूर है I मानेकन पिस ब्रुसेल्स का सबसे लोकप्रिय प्रतिनिधि और पसंदीदा प्रतीक है I यह ब्रुसेल्स के नागरिकों के आनंद और उल्लास का प्रतिनिधित्व करता है और छोटे लड़के की तस्वीर लेने के लिए देश-दुनिया के पर्यटक आते हैं। इस मूर्ति का निर्माण 1619 में किया गया था I जब कोई विशिष्ट व्यक्ति यहाँ आता है तब इस छोटे बच्चे के लिए कपड़े लेकर आता है I इसके संबंध में अनेक किंवदंतियाँ प्रचलित हैं I एक किस्सा है कि छोटे बच्चे ने घंटी बजाकर शहर को जलने से बचा लिया था । एक अन्य दंतकथा के अनुसार एक रईस के बेटे ने किसी चुड़ैल के घर की दीवार पर पेशाब कर दिया था जिससे नाराज होकर चुड़ैल ने उसे एक मूर्ति में तब्दील होने का अभिशाप दे दिया था । इसके बारे में एक अन्य कहानी भी प्रचलित है I एक धनी व्यापारी अपने परिवार के साथ शहर की यात्रा पर जा रहा था I यात्रा के दौरान उसका बेटा लापता हो गया । व्यापारी ने जल्दी से एक खोजी दल का गठन किया जिसने शहर के सभी कोनों को खंगाल डाला I अंत में बच्चा एक छोटे बगीचे में पेशाब करता हुआ मिला । खोज के दौरान मदद करनेवाले स्थानीय लोगों के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए व्यापारी ने फव्वारा बनवाया था। एक अन्य किंवदंती है कि शहर में खरीदारी करते समय एक छोटा लड़का अपनी मां से बिछुड़ गया। अपने बच्चे को खोने से घबराई महिला ने शहर के मेयर सहित सभी से मुलाकात की। शहर में बच्चे की खोज शुरू हुई I अंततः वह बच्चा एक गली के कोने में पेशाब करता हुआ मिला । उसी की याद में इस मूर्ति को स्थापित किया गया I एक अन्य किंवदंती के अनुसार लड़का आग से जाग गया था और उसने अपने पेशाब से आग को बुझा दिया था। इस प्रकार इसने राजा के महल को जलने से बचा लिया । कहानी कुछ भी हो, लेकिन यह पेशाब करता हुआ नंगा बच्चा ब्रुसेल्स का प्रतीक बन गया है I
सेंट माइकल कैथेड्रल-ब्रुसेल्स के केंद्रीय स्थल पर स्थित सेंट माइकल कैथेड्रल बहुत भव्य है I यह रोमन कैथोलिक कैथेड्रल है I यह ब्रुसेल्स के अभिभावक सेंट माइकल और सेंट गुडुला को समर्पित कैथेड्रल है I इसका निर्माण 11वीं शताब्दी में आरंभ हुआ था और कई चरणों में इसका निर्माण कार्य 16वीं शताब्दी तक चलता रहा I इस भव्य कैथेड्रल की स्थापत्य कला अद्भुत है I ब्रुसेल्स आनेवाले पर्यटकों को एक बार इसे अवश्य देखना चाहिए I यह कैथेड्रल सफ़ेद पत्थरों से निर्मित है और इसके दो टावर हैं I लगभग 1000 साल से यह कैथोलिक देशों के लिए सबसे महत्वपूर्ण चर्च बना हुआ है I
एटोमियम-एटोमियम को मूल रूप से 1958 में ब्रुसेल्स विश्व मेले (एक्सपो-58) के केंद्रबिंदु के रूप में निर्मित किया गया था। इंजीनियर आंद्रे वाटरकीन और आर्किटेक्ट आंद्रे व जीन पोलाक द्वारा वैज्ञानिक प्रगति को समर्पित यह एटोमियम बेल्जियम के इंजीनियरिंग कौशल का प्रतीक है I यह शहर के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है I यह एक संग्रहालय, एक कला केंद्र और एक सांस्कृतिक स्थल के रूप में कार्य करता है। एटोमियम 102 मीटर (335 फीट) ऊँचा है I यह बेल्जियम की सबसे ऊंची संरचनाओं में से एक है। इसके नौ 18 मीटर व्यास (59 फीट) स्टेनलेस स्टील से बने गोले हैं जो एक यूनिट सेल के आकार में जुड़े हुए हैं । गोले को जोड़नेवाली स्टील ट्यूबें सीढ़ियों, एस्केलेटर और एक एलिवेटर को घेरती हैं I शीर्ष क्षेत्र में ब्रुसेल्स के मनोरम दृश्यवाला एक रेस्तरां है। इसे 2004-2006 में पुनर्निर्मित किया गया था। ‘एटोमियम’ नाम परमाणु (Atom) और एल्युमीनियम (Aluminium) के योग से बना है । ब्रुसेल्स द्विभाषी शहर है I इसलिए स्मारक के फ्रांसीसी और डच दोनों नाम हैं। एटोमियम का निर्माण 1958 के ब्रुसेल्स विश्व मेले (एक्सपो 58) के मुख्य मंडप और प्रतीक के रूप में किया गया था। 1950 के दशक में बेल्जियम में वैज्ञानिक प्रगति के प्रति अद्भुत समर्पण था और परमाणु भौतिकविज्ञान में मानवता की प्रगति को उजागर करने के लिए परमाणुओं को दर्शानेवाली एक संरचना को चुना गया था I एटोमियम के माध्यम से बेल्जियम जीवन को बेहतर बनाने और मानव जाति की भलाई के लिए परमाणु अनुसंधान और प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने का संदेश देना चाहता था। मार्च 2006 में नवीनीकरण के बाद इसे फिर खोला गया और उसका जश्न मनाने के लिए इमारत को चित्रित करनेवाला दो यूरो का स्मारक सिक्का जारी किया गया था। 2004-2006 के नवीनीकरण के बाद एल्युमीनियम को स्टेनलेस स्टील से बदल दिया गया जो मुख्य रूप से लोहा है। प्रति वर्ष 600,000 से अधिक पर्यटक इसे देखने के लिए आते हैं । यह एक कला केंद्र के रूप में विकसित हो गया है और ब्रुसेल्स व बेल्जियम का अंतर्राष्ट्रीय प्रतीक बन गया है । इसका प्रवेश शुल्क मात्र 12 यूरो है I
वाद्ययंत्र संग्रहालय (Musical Instruments Museum)-ब्रुसेल्स का वाद्ययंत्र संग्रहालय भी देखने योग्य है I इस संग्रहालय में इतिहास के विभिन्न कालखंडों के वाद्ययंत्र प्रदर्शित किए गए हैं I इसमें लगभग 1500 वाद्ययंत्रों को प्रदर्शित किया गया है I इसका प्रवेश शुल्क मात्र 6 यूरो है I
रॉयल पैलेस-ब्रुसेल्स का रॉयल पैलेस संवैधानिक राजशाही का प्रतीक है। यह बेल्जियम के राजा का प्रशासनिक निवास और मुख्य कार्यालय है जहाँ वे अपने कर्मचारियों के साथ प्रतिदिन काम करते हैं। ब्रुसेल्स महल के कार्यालय में राजा राजनीतिक संस्थानों के प्रतिनिधियों, विदेशी मेहमानों और अन्य मेहमानों का स्वागत करते हैं। राजा और रानी के कार्यालय के अलावा रॉयल पैलेस राजा के परिवार के सदस्यों की भी सेवा करता है I इस महल में राजा का मंत्रिमंडल, सामान्य सचिवालय, सैन्य परिवार, प्रोटोकॉल और रानी का सचिवालय भी है । शाही परिवार के अन्य सदस्यों का भी ब्रुसेल्स पैलेस में एक कार्यालय है जहां उनके कर्मचारी काम करते हैं। महल में स्वागत कक्ष है जहां राजा और शाही परिवार की विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाती हैं I यहाँ बैठकें और गोलमेज़ सम्मेलन आयोजित होते हैं I इस महल में स्वागत समारोह और संगीत कार्यक्रमों का भी आयोजन होता है I ब्रुसेल्स पैलेस को आम जनता के लिए खोलने की परंपरा 21 जुलाई 1965 को राष्ट्रीय अवकाश के बाद शुरू की गई थी । यह शहर और देश की एक महत्वपूर्ण इमारत है। यह महल केवल गर्मियों में जनता के लिए खुला रहता है। जुलाई-अगस्त में सुबह 10.30 बजे से शाम 5 बजे तक (सोमवार को बंद) महल में मुफ्त में प्रवेश दिया जाता है । यह ब्रुसेल्स की सबसे महत्वपूर्ण इमारतों में से एक है I