गुरद्वारा
यह एक पवित्र स्थल है,
एक उम्दा धार्मिक स्थल की,
बड़ी सी पहचान है।
सिख धर्म को मानने वाले,
मानते हैं इसे,
एक उम्मीद पैदा करने का,
सबसे पवित्र अभिमान है।
आस्था है विश्वास है,
खूबसूरत अहसास का मिलता प्रकाश है।
नवीन चेतना से लैस है,
समस्त सिख समाज में,
यही नवीन उद्देश्य है।
सारा- सच की यही एक बेजोड़ धार है,
समावेशी राह पर चलने का,
सबसे पवित्र व खूबसूरत उपहार है।
यही स्थल नवीन जोश में,
समस्त सिख समाज में,
आकर खड़ा कर देती,
यह एक बड़ी सी उम्मीद संग,
खुशियां से भरपूर एक उम्दा व,
बेहतरीन संग उन्नत संस्कार है।
यही गुरुद्वारा धर्म और इमान है,
सारा सच का एक बेहतरीन अभिमान है।
अत्यंत पवित्रता और प्रेम से,
भरपूर प्रमुख देवस्थान है।
सभी धर्म को एक सम्मान है,
शिखर पर पहुंचने का,
सबसे खूबसूरत अहसान है।
कड़ा प्रसाद यहां गुरु प्रसाद भी कहलाता है,
सबसे बड़ी पूजा का,
यही रास्ता दिखलाता है।
करतारपुर साहिब संग,
अमृतसर स्वर्ण मन्दिर की,
गज़ब आन-बान और शान है।
समस्त सिख धर्म के लोगों की,
सबसे बड़ा अभिमान है।
लंगर की बेजोड़ परम्परा को,
सिख समुदाय के लोग यहां चलाते हैं।
बिना भेदभाव किए,
सबको भोजन करवाते हैं।
— डॉ. अशोक, पटना