रोला छंद
छोटी सी हो बात, बतंगड़ नहीं बनाना।
कोई झोला छाप, सीख दे, हो न फ़साना।।
लोग तमाशा देख, मजा लेते फोकट का।
तड़पाये जब भूख, मिले दोना भोजन का।।
छोटी सी हो बात, बतंगड़ नहीं बनाना।
कोई झोला छाप, सीख दे, हो न फ़साना।।
लोग तमाशा देख, मजा लेते फोकट का।
तड़पाये जब भूख, मिले दोना भोजन का।।